सुरेहङा गांव में छात्रों ने चलाया स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम
MCD के स्कूली छात्रों ने सुरेहङा के लोगों को बताए प्राथमिक उपचार और सीपीआर के लाभ
नई दिल्ली (राजेश शर्मा) सुरेहङा गांव के MCD स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों ने गांव की गलियों में जाकर लोगों को प्राथमिक उपचार और दिल का दौरा पङने पर आपातकाल में अपनाए जाने वाली सीपीआर प्रणाली को समझाया।
इस मौके पर छात्रों का मार्गदर्शन कर रही एकलव्य सोसायटी की इंचार्ज ज्योति ने बताया कि सुरेहङा गांव के MCD स्कूल को एकलव्य सोसायटी ने गोद लिया है, जिसके तहत इस स्कूल के छात्रों को मुनि इंटरनेशनल स्कूल की शिक्षण-प्रशिक्षण पद्द्ति पर अधारित शिक्षा दी जाती है। संस्था अध्यक्ष डॉ. अशोक ठाकुर की प्रेरणा से संस्था अपनी समाजिक जिम्मेदारी मानते हुए छात्रों को शिक्षा के साथ-साथ जन-कल्याण व जीवन उपयोगी विभिन्न गतिविधियों में शामिल करती है, ताकि छात्र देश व समाज के काबिल नागरिक बन सकें और जरूरत के समय वो समाज में विभिन्न प्रकार से अपना योगदान दे सकें।
ज्योति ने बताया कि छात्रों ने पूरे उत्साह के साथ सुरेहङा गांव के विभिन्न स्थानों पर जा कर ग्रामीणों को समझाया कि समान्य दुर्घटना में किसी प्रकार जरूरतमंद को आवश्यकता के अनुसार राहत पहुंचाई जा सकती है। जैसे किसी को चोट लगने के कारण बह रहे खून को रोकना, बेहोशी को दूर करना, मरीज को शीघ्र असपताल पहुंचाने में मदद करना, दिल का दौरा पड़ने पर सीपीआर करना तथा कुत्ते-बंदर व सांप के काटे जाने पर किए जाने वाले प्राथमिक उपचारों की प्रक्रिया को पूर्ण रूप से हिंदी व अंग्रेजी में समझाया। छात्रों के इस प्रसाय को ग्रामीणों ने खूब सराहा और स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम को समझने का प्रयास किया।
कुछ ग्रामीणों ने संस्था से अपील की कि वो इस प्रकार की गतिविधियों को हर माह करने का प्रयास करे तो इनका लाभ अधिक लोगों तक पहुंचेगा।