नई दिल्ली - मुनि स्कूल में मेरी यह सबसे लंबी विजिट रही, जो मेरे लिए आजीवन यादगार रहेगी। स्कूल को देखने और समझने में पूरा दिन कब और कैसे बीता, इसका पता ही नहीं चला, ये विचार दिल्ली के मुनि इंटरनेशनल स्कूल में एक दिवसीय विजिट पर आई फ्रस्ट इन मैथ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड की सीईओं मोनिका पटेल ने विजिट के बाद कहे।
उन्होंने बताया कि विजिट के दौरान मुझे इस अद्भुत स्कूल के संस्थापक शिक्षाविद् डॉ. अशोक कुमार ठाकुर से मिलने का अवसर मिला। डॉ. अशोक ठाकुर ने मुनि स्कूल की खास मैथॉलोजी समझाई और उनके द्वारा शिक्षा क्षेत्र में किए गए 44 से अधिक नवाचारों के बारे बताया।
मोनिका पटेल का मानना है कि मुनि स्कूल की खास मैथॉलोजी ही इस स्कूल को अन्य स्कूलों से खास बनाती है। यही कारण है कि आज मुनि स्कूल के शिक्षण मॉडल को देखने, जानने व समझने के लिए देश-विदेश के शिक्षक, स्कूल प्रबंधक व बुद्धि जीवियों का आना लगा रह है।
मोनिका पटेल ने कहाकि कि वह दिन दूर नही जब मारिया मोंटेसरी की भांति मुनि स्कूल को भी “मुनि मेथड” के नाम से जाना जाएगा।
मुनि स्कूल में पढने वाले बच्चों का जीवन और शिक्षा पर स्वामित्व देखने को मिला। जो आपको किसी अन्य कार्यस्थल या शिक्षण संस्थान में नहीं मिलेगा। मुनि स्कूल के छात्रों की शिक्षा ग्रहण करने और अपना पक्ष रखने का अंदाज एक-दम खास दिखाई दिया। यहां के छात्रों में शिक्षा, संस्कार और स्वास्थय का बेहतर तालमेल देखा जासकता है। मानव व सामजिक संबंधों के प्रति भी यहां के छात्र काफी संवेदनशील व जागरूक हैं।
मोनिका पटेल ने इस दौरान स्कूली छात्रों व अध्यापकों से बात की और विभिन्न कक्षाओं में जाकर मुनि स्कूल के पठन-पाठन के तौर-तरीकों को भी गहनता से समझा।