मुनि स्कूल में विजिट पर आए हरिद्वार,बिजनौर व नोएडा स्कूलों के छात्र और अभिभावक
नई दिल्ली - आचार्यकुलम आवासीय शिक्षण संस्थान हरिद्वार व गुरूतेग बहादुर स्कूल नूरपुर बिजनौर तथा नोएडा के रॉकवुड पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों ने अपने अभिभावकों के साथ दिल्ली के मुनि इंटरनेशनल स्कूल की विजिट की। स्कूल में आए सभी अतिथियों का पारंपरिक रूप से स्वागत किया गया।
विजिट के दौरान सभी ने स्कूल की शिक्षण-प्रशिक्षण प्रणाली को जाना और यहां के अनूठे प्रयोगों के बारे में गहनता से समझने की इच्छा जताई।
इस दौरान बाहर के स्कूलों से आए छात्रों व अभिभावकों ने यहां के छात्रों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की और कक्षाओं में जाकर पठन-पाठन के तरीकों को देखा।
विजिट पर आए छात्रों ने बताया कि उनके स्कूलों में मुनि स्कूल जैसी गतिविधियां नहीं होती, छात्रों को केवल पुस्तकों से ही पढ़ाया जाता है। लेकिन मुनि स्कूल में टेबलेट से पढ़ाया जाता,7 देशों की भाषाएं सिखाई जाती हैं, सङक नियमों को सिखाने के लिए जेब्रा-क्रॉसिंग से सङक पार करने की आदत बनाई जाती है।
अभिभावक ए.के. त्यागी ने माना मुनि स्कूल अन्य स्कूलों से हट कर है, यहां के छात्रों में हर विषय को समझने और समझाने की पूर्ण काबलियत है, न कि रटा-रटाया बोलने की। यहं के छात्र स्वंय प्रेरित और अनुशासित हैं।
सुरेंदर त्यागी ने भी स्कूल की शिक्षण व्यवस्था को काफी सराहा और माना कि यह व्यवस्था छात्रों को केवल शिक्षित ही नही करती बल्कि उनकों एक सभ्य नागरिक बनाने के लिए भी भरपूर प्रयास करती है। मुनि की शिक्षण पद्दति को विश्व स्तर पर ले जाने की आवश्यकता है।
बच्चों के साथ आई श्रीमति अलका व चंद्रिका त्यागी ने कहा कि यहां बच्चों को शिक्षा के साथ-साथ सामाजिक, परिवारिक संबंधों व मानव मूल्यों के बारे में जागरूक किया जाता है, जो कबिले तारीफ है।