खुशियों के मेले लग सकते हैं तो ज्ञान के क्यों नहीं, जी हां इसी अवधारणा को मूर्त रूप देने की उद्देशय से मुनि इंटरनेशनल स्कूल में छात्रों के लिए हर माह ज्ञान मेले का आयोजन किया जाता है। छात्रों को ग्रुप में बांट कर विभिन्न विषयों पर वैज्ञानिक तरीके से कुछ नया करने को कहा जाता है। ज्ञान मेले के दौरान अपने विचार व्यक्त करते हुए विद्यालय प्रबंधक डॉ. अशोक कुमार ठाकुर ने कहाकि छात्रों के व्यवहारिक ज्ञान में वृद्धि करने के उद्देश्य से हमारे स्कूल में ज्ञान मेले का आयोजन किया जाता है। श्री ठाकुर ने कहाकि ज्ञान-विज्ञान तो हमारे आस-पास प्रकृति के कण-कण में व्याप्त है, बस इस को समझने के लिए विवेक से काम करने की जरूरत है। यदि छोटी उम्र के बच्चों में आरंभ से ज्ञान-विज्ञान के प्रति रूचि पैदा कर दी जाएगी तो जीवन में बहुत कुछ करने की समझ छात्रों में स्वतः ही पनपन जाएगी। इसी सोच को ध्यान में रख कर स्कूल में ज्ञान मेलों को प्रोत्साहित किया जाता है। मेला इंचार्ज पिंकी सिंह ने बताया ज्ञान मेले को लेकर बङी कक्षाओं के छात्र ही नहीं बल्कि पहली व दूसरी कक्षा के छोटे बच्चे भी काफी उत्साहित रहते हैं। छात्र अपने द्वारा बनाए गए मॉडल व चार्ट को विस्तार से समझते हैं। इस बार के ज्ञान मेले में छात्रों ने प्राकृतिक संतुलन व स्वास्थ्य विषय पर मॉडल, चार्ट तथा क्विज तैयार किए। कक्षा 4 से कक्षा 6 के छात्रों के बीच स्कूलों व घरों में सीसी टीवी लगाए जाने के विषय पर वाद-विवाद प्रतियोगिता करवाई गई। श्रेष्ठ मॉडल, चार्ट बनाने वाले छात्रों व वाद-विवाद प्रतियोगिता के श्रेष्ठ छात्रों को विद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया