नई दिल्ली - एकलव्य सोसायटी के प्रयास से खरखङी जटमल के निगम स्कूल में अभिभावक अभिनंदन उत्सव का आयोजन किया गया है। इस उत्सव का मुख्य उद्देश्य स्कूल में शिक्षा ग्रहण करने वाले छात्रों को यह बताना था कि उनके जीवन में माता-पिता और अभिभावकों का क्या योगदान है।
इस मौके छात्रों ने स्कूल आए अभिभावकों को तिलक लगाकर माला पहनाई, आरती की और पांव-छू कर आशीर्वाद लिया।
छात्रों के बीच स्कूल आए अभिभावकों ने इस उत्सव के दौरान विचार रखते हुए कहा कि बच्चे अपने शिक्षकों की बातें अधिक मानते हैं, और स्कूल में हुई गतिविधियों का ही अनुसरण करते हैं। इस प्रकार के कार्यक्रमों का स्कूलों में होना समाज, स्कूल व अभिभावक सभी के हित में है।
अभिभावकों ने माना कि इन दिनों निगम स्कूल के छात्रों में काफी बेहतर बदलाव हुए हैं, प्राईवेट स्कूलों की तरह यहां भी छात्रों को अंग्रेजी पढ़ना, लिखना और बोलना सिखाया जाता है। विदेशी जापानी भाषा सिखाई जाती है। इसके अलावा बिना दवाई के घरेलू उचारों की जानकारी भी दी जाती है जो सब के लिए कल्याणकारी है।
स्कूल में शुरू किए गए इस अनूठे कार्यक्रम “अभिभावक अभिनंदन उत्सव” के बारे में निगम विद्यालय इंचार्ज नरेश कुमार ने बताया कि आज समाज में नैतिक मूल्यों का जो पतन हो रहा उनको बचाने के लिए छोटे बच्चों को संस्कार सिखाए जाने जरूरी हैं। इनकी शुरूआत हमें बाल अवस्था से ही करनी होगी, क्योंकि बड़े होने पर छात्रों को कुछ समझाना बङा मुशकिल होता है।
ग्रामीण परिवेश के निगम स्कूल में “अभिभावक अभिनंदन उत्सव” परंपरा की शुरूआत करने वाली एकलव्य सोसायटी की इंचार्ज कविता वर्मा ने अभिभावकों से अपील की कि इस प्रकार के उत्सव में सभी अभिभावकों की भागीदारी जरूरी है।